मायावती ने ‘चौकीदार’ परदी नसीहत, कहा-चाहे जो फैशन करें, बस संविधान के रखवाले बनकर काम करें……….

लखनऊ, । बसपा प्रमुख मायावती ने भारतीय जनता पार्टी के ‘मैं भी चौकीदार अभियान’ पर कटाक्ष करते हुए भाजपा के नेताओं को नसीहत दी है। उन्होंने शुक्रवार सुबह ट्वीट किया कि ‘बीजेपी के मंत्री व नेतागण पीएम मोदी की देखादेखी ‘चौकीदार’ बन गए हैं पर यूपी के सीएम जैसे लोग बड़ी दुविधा में हैं क्या करें? जनसेवक व योगी रहें या अपने को चौकीदार घोषित करें। बीजेपी वाले चाहे जो फैशन करें बस संविधान व कानून के रखवाले बनकर काम करें, जनता बस यही चाहती है

राफेल सौदे की गोपनीय फाइल यदि चोरी हो गई तो गम नहीं, किन्तु देश में रोजगार की घटती दर व बढ़ती बेरोजगारी एवं गरीबी, श्रमिकों की दुर्दशा, किसानों की बदहाली आदि के सरकारी आंकड़े पब्लिक नहीं होनी चाहिये। वोट/इमेज की खातिर उन्हें छिपाये रखना है। क्या देश को ऐसा ही चौकीदार चाहिए?

बीजेपी के मंत्री व नेतागण पीएम श्री मोदी की देखादेखी ’चौकीदार’ बन गये हैं। पर यूपी के सीएम जैसे लोग बड़ी दुविधा में हैं क्या करें? जनसेवक/योगी रहें या अपने को चौकीदार घोषित करें। बीजेपी वाले चाहे जो फैशन करें बस संविधान/कानून के रखवाले बनकर काम करें, जनता बस यही चाहती है।

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा है, ‘राफेल सौदे की गोपनीय फाइल यदि चोरी हो गई तो गम नहीं, किंतु देश में रोजगार की घटती दर, बढ़ती बेरोजगारी एवं गरीबी, श्रमिकों की दुर्दशा, किसानों की बदहाली आदि के सरकारी आंकड़े पब्लिक नहीं होने चाहिये। वोट व इमेज की खातिर उन्हें छिपाये रखना है। क्या देश को ऐसा ही चौकीदार चाहिए?’

इससे पहले मायावती ने प्रदेश में बीजेपी सरकार के दो साल पूरे होने पर कानून व्यवस्था के मुद्दे पर घेरा था। उन्होंने ट्वीट के जरिये कहा था कि ‘बीजेपी का दावा है कि पिछले दो सालों में यूपी दंगा मुक्त रहा है, यह पूरा सच नहीं है। इस दौरान बीजपी के सभी महार्थी मंत्री व नेतागण आदि अपने उपर से जघन्य आपराधिक मुकदमे हटाने में ही ‘यादा व्यस्त रहे। मॉब लिंचिंग आदि को क्यों भूल गए जिससे देश शर्मसार हुआ और आखिरकार माननीय कोर्ट को दखल देना पड़ा।

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