EVM फिर से सवालो के घेरे मे…………..

लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के पहले चरण के मतदान के दौरान नेशनल कॉन्फ्रेंस नेताउमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने दावा किया है कि जम्मू-कश्मीर के पुंछ में एक ईवीएम (EVM) में कांग्रेस (Congress) का बटन काम नहीं कर रहा. इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि ईवीएम में ऐसी खराबी राज्य के छह मतदान केंद्रों पर देखने को मिली है. उमर अब्दुल्ला ने यह दावा ट्वीट करके किया है. YouTube पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में, जम्मू के पुंछ जिले में मतदान केंद्र के पीठासीन अधिकारी को एक भीड़ को शांत करने की कोशिश करते हुए देखा जा सकता है,

वीडियो में अधिकारी कह रहा है, ‘कर्मचारियों की कोई कमी नहीं है, हमने समय से प्रक्रिया शुरू कर दी थी. एक बैलेट यूनिट पर एक बटन काम नहीं कर रहा था. दूसरी और कोई समस्या नहीं है. हम नहीं कह सकते कि यह बटन काम क्यों नहीं कर रहा.’

ज्यादा दबाव डालने पर उन्होंने कहा, ‘चौथा बटन काम नहीं कर रहा, हाथ वाला.’ हाथ कांग्रेस पार्टी का चुनाव चिह्न है. इस बीच भीड़ में एक युवक कहता है, ‘अगर यह एक या दो मशीनों में हो तो हम समझ सकते हैं, लेकिन कई मशीनों में खराबी की खबरें हैं.’

इस पर पुंछ जिला चुनाव अधिकारी ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बताया, ‘शाहपुर में कांग्रेस बटने के साथ कुछ दिक्कत थी, हमारे स्टाफ ने मशीन बदल दी. एक दूसरे मतदान केंद्र पर भाजपा का बटन काम नहीं कर रहा था, हमने उसे भी बदल दिया.’

बता दें, जम्मू लोकसभा सीट पर गुरुवार सुबह नौ बजे तक 13 प्रतिशत मतदान हुआ. वहीं बारामूला लोकसभा सीट पर शुरूआती दो घंटे में कुल 13.12 लाख मतदाताओं में से करीब 6.5 फीसदी ने अपने मताधिकार का उपयोग किया. जम्मू सीट के लिए सांबा, जम्मू, राजौरी और पुंछ में लोग सुबह-सुबह वोट डालने पहुंचे. उन्होंने बताया कि सांबा जिले में 16.52 प्रतिशत, जम्मू जिले में 14.12 प्रतिशत, राजौरी जिले में 11.88 प्रतिशत और पुंछ जिले में 12.98 प्रतिशत मतदान हुआ. राजौरी में पूर्व मंत्री शब्बीर अहमद खान ने कुछ ईवीएम में खराबी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि इसकी शिकायत कर दी गई है.

राज्य में जम्मू लोकसभा सीट से सबसे अधिक 24 उम्मीदवार मैदान में हैं. जम्मू संसदीय सीट में जम्मू, सांबा, पुंछ और राजौरी चार जिले और 20 विधानसभा क्षेत्र हैं. भाजपा के जुगल किशोर ने 2014 में इस सीट से जीत दर्ज की थी. किशोर का मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व मंत्री रमन भल्ला से है, जिसे नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अपना समर्थन दिया है. वहीं पीडीपी ने यहां से किसी को मैदान में नहीं उतरना का निर्णय लिया था. अधिकारियों ने बताया कि जम्मू संसदीय क्षेत्र में 20,05,730 मतदाता हैं, जिनमें 9,64,834 महिलाएं और 20 ट्रांस जेंडर हैं. नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) के पास दर्जनों मतदान केन्द्रों सहित कुल 2,740 मतदान केन्द्र यहां स्थापित किए गए हैं.

लोकसभा चुनावों के पहले चरण की वोटिंग में  ईवीएम का मुद्दा सामने आया है. कई सीटों के कुछ पोलिंग बूथ पर EVM (ईवीएम) खराब होने की खबर सामने आई. लेकिन ईवीएम तो लेकर सबसे बड़ी खबर आंध्र प्रदेश के अनंतपुर से आ रही है, जहां पर जनसेना के एक उम्मीदवार ने ईवीएम ही तोड़ दी. पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है और मामला दर्ज कर लिया है.

इस उम्मीदवार का नाम है मधुसूदन गुप्ता, जिसने अनंतपुर जिले की गुंटकल विधानसभा सीट के पोलिंग बूथ पर लगे ईवीएम को तोड़ दिया. आरोप है कि किसी भी बटन को दबाने पर वोट सिर्फ एक ही पार्टी को जा रहे हैं. हालांकि, ये नहीं बताया कि किस पार्टी को सारे वोट जा रहे हैं. मधुसूदन गुप्ता पोलिंग बूथ के स्टाफ से पहले तो इस बात पर भिड़ गए कि सीटों के नाम सही से नहीं दिख रहे हैं. इसी बीच उन्होंने ईवीएम उठाकर जमीन पर पटक दी, जिससे ईवीएम टूट गई.

ईवीएम को लेकर हुए ये तो सिर्फ एक घटना है. देशभर की कई जगहों पर ईवीएम खराब होने की खबरें भी सामने आईं.

 सबसे बड़ी दिक्कत सामने आई आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले में, जहां करीब 100 ईवीएम में खराबी देखने को मिली. मुख्य निर्वाचन अधिकारी गोपाल कृष्णन द्विवेदी जल्द से जल्द खराब मशीनों को सही मशीनों से बदल कर चुनाव दोबारा शुरू करवाया.

 आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के निर्वाचन क्षेत्र कुप्पम से भी ईवीएम खराब होने की खबर सामने आई. कड़प्पा शहर के बूथ नंबर 163 पर पंखे के चुनाव चिन्ह के सामने का बटन काम नहीं कर रहा था. ठीक इसी तरह, मिडुकुर में स्थिति बूथ नंबर 106 पर लगी ईवीएम पर साइकिल चुनाव चिन्ह के सामने का बटन खराब था. दोनों ही मशीनों को बदलने के बाद चुनाव को जारी रखा गया. चंद्रबाबू नायडू ईवीएम मशीनों की खराबी को लेकर काफी नाराज दिखे.

 उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में बूथ नंबर 74 से ईवीएम के खराब होने की घटना सामने आई थी. इसकी वजह से चुनाव शुरू ही नहीं हो सका, लेकिन बाद में मशीन को दुरुस्त कर के वोटिंग शुरू की गई.

 पश्चिमी यूपी के बिजनौर में आर्य समाज कन्या इंटर कालेज में पोलिंग बूथ 264, 265 और 276 पर भी EVM मशीन खराब होने की खबर सामने आई.

 यूपी के बागपत में भी ईवीएम की खराबी ने लोगों को परेशान किया. यहां के गांव बसौली में स्थित पोलिंग बूथ नंबर 156 पर लगी ईवीएम के खराब होने की खबर सामने आई.

 बिहार के जमुई में दो पोलिंग बूथों- झाझा में बूथ नंबर 245 और सिकंदरा के बूथ नंबर 109 और 123 पर भी लोगों को ईवीएम की खराबी के चलते दिक्कत का सामना करना पड़ा.

 मेरठ के सेंट जोजफ में बूथ नंबर 60 और 62 लगी ईवीएम मशीनों के भी खराब होने की खबर थी, जिसके चलते मतदान रुक गया था. हालांकि, एआरओ कमलेश गोयल ने जल्द ही मशीन को बदल कर वोटिंग दोबारा शुरू करवा दी.

 छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा के बचेली में भी बूथ नंबर 32 पर ईवीएम मशीन खराब होने की खबर आई, जिसके चलते मतदान रुक गया था. इसके अलावा नकुलनार पोलिंग बूथ नंबर 218 पर भी EVM मशीन में खराबी के चलते लोगों के दिक्कत हुई.

नक्सली इलाकों में नक्सलवादी चुनावों को नाकाम करने की लगातार कोशिश कर रहे हैं. कहीं पर धमाके हो रहे हैं तो कहीं बम बरामद हो रहे हैं. हालांकि, अभी तक जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ है. वहीं जम्मू-कश्मीर में भी सुरक्षा इंतजामों के बीच लोग चुनाव डाल रहे हैं. लंबी-लंबी कतारें पोलिंग बूथों के बाहर लगी हुई दिख रही हैं. अधिकतर लोगों का मुद्दा राष्ट्रीय सुरक्षा है, जिस पर वह वोट डाल रहे हैं. अब ये देखना दिलचस्प होगा कि 23 मई को कमल खिलता है या लोग हाथ का साथ देना पसंद करते हैं.