BJP के प्रदेश नेतृत्व पर सवाल खड़े हो रहे, रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह पर गंभीर आरोप

भोपाल
मध्यप्रदेश के झाबुआ विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी भानु भूरिया को 27 हजार 757 मतों से पराजित कर भाजपा के कब्जे वाली सीट पर जीत दर्ज की। कांग्रेस के भूरिया को 95741 मत मिले, वहीं भाजपा के भानु भूरिया ने 67984 मत हासिल किए। नतीजों के बाद अब भाजपा के प्रदेश नेतृत्व पर सवाल खड़े हो रहे हैं। सीधी से भाजपा विधायक केदारनाथ शुक्ला का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि वह अपनी जिम्मेदारियों को सही तरह से नहीं निभा पा रहे हैं। यही नहीं उन्होंने राकेश सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए केंद्रीय नेतृत्व से उन्हें हटाने तक की मांग करदी। उन्होंने कहा कि राकेश सिंह अध्यक्ष पद पर रहने लायक नहीं है। उन्होंने कहा कि वह पार्टी फोरम पर झाबुआ हार के कारण पर अपनी बात रखेंगे। लेकिन उनके इस तरह बयान देने से पार्टी की आंरिक गुटबाजी खुल कर सामने आ गई है। भाजपा एक जुट होने का दावा करती आई है लेकिन उप चुनाव के बाद से ही अब पार्टी नेताओं की आवाजें उठना शुूरू हो गई हैं।

गौरतलब है कि भाजपा ने झाबुआ विधानसभा सीट से उप चुनाव जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी। पार्टी के सभी बड़े दिग्गज नेता जीत का दावा कर रहे थे। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान से लेकर पार्टी अध्यक्ष राकेश सिंह भी झाबुआ में जीत का दावा कर रहे थे। यही नहीं नतीजों से पहले तक भाजपा नेताओं का दावा था कि झाबुआ उप चुनाव के बाद कांग्रेस की सरकार गिर जाएगी। लेकिन अब नतीजे आने के बाद पार्टी नेता कमलनाथ सरकार पर सरकारी तंत्र के दुरुपयोग का आरोप लगाते दिखाई दिए।