बांग्लादेशः दुर्गा पूजा पंडालों में तोड़फोड़, हिंसा के पीछे जमात-ए-इस्लामी का हाथ?

हाजीगंज
बांग्लादेश में मंदिरों में तोड़फोड़ होने का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि दुर्गा पूजा के दौरान कुछ कट्टरपंथियों ने मंदिर में तोड़फोड़ की. मंदिर में तोड़फोड़ होने के बाद वहां दंगे भी भड़क गए, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गई. तनाव को काबू में करने के लिए 22 जिलों में पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती की गई है.

बांग्लादेश की मीडिया  के हवाले से बताया है कि अफवाहों के बाद कमिला में एक स्थानीय मंदिर को निशाना बनाया गया. इसके बाद वहां हिंसक झड़प हो गई, जिसे पुलिस और प्रशासन ने काबू में करने की कोशिश की. इस घटना के बाद चांदपुर के हाजीगंज, चट्टोग्राम के बंशखली और कॉक्स बाजार के पेकुआ में भी मंदिरों में तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आईं हैं. ढाका ट्रिब्यून अखबार के मुताबिक, एक वक्त में स्थिति काबू से बाहर हो गई थी और यहां जबरदस्त दंगे भड़क गए थे.

 रिपोर्ट्स के मुताबिक बंगलादेशी पीएम शेख हसीना को शर्मिंदा करने के इरादे से ये कदम उठाए गए हैं। कुरान के कथित तौर पर अपमान के बाद से हुए हिंसा में अब तक 3 लोगों की मौत हो चुकी है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक बांग्लादेश में दुर्गा पूजा को लेकर 3,000 से अधिक पंडाल लगाए गए हैं। 13 अक्टूबर को कथित तौर पर कुरान के अपमान के बाद से हिंसा भड़की हुई है। उपद्रवियों द्वारा मंडप, मूर्ति, पंडाल और मंदिर को निशाना बनाया गया है।

हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट बताती है कि शुरुआत में पुलिस ने धीमी कारवाई की लेकिन भारतीय उच्चायुक्त द्वारा मामला उठाए जाने के बाद सुरक्षा अधिकारियों ने सशस्त्र पुलिस बलों की भारी तैनाती की है। प्रशासन ने 15 अक्टूबर को भी भारी पुलिस तैनाती की बात कही है। अब तक चांदपुर में दो प्रदर्शनकारियों सहित तीन लोगों की मौत हो गई। कमिला में रबर की गोलियों से दर्जनों लोग घायल हो गए हैं। करीब 60 लोग घायल हो गए हैं।