केरल में सेना ने संभाली कमान, बाढ़ और भूस्खलन प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू

 
तिरुवनन्तपुरम

दक्षिण भारत राज्य केरल एक बार फिर बाढ़ का भीषण प्रकोप झेल रहा है, पिछली कई दिनों से जारी भारी बारिश के चलते राज्य के कई इलाकों में पानी भर गया है। बाढ़ और भूस्खलन के चलते अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है और एक दर्जन से अधिक लोग लापता है। इस बीच अब सेना ने राहत बचाव कार्य की कमान संभाल ली है। केरल में एनडीआरएफ के साथ भारतीय सेना के जवान भी अब लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से बाहर निकाल रहे हैं।
 
रक्षा मंत्रालय की ओर से रविवार को जानकारी दी गई कि कवाली, कोट्टायम में मलबे में लापता व्यक्तियों के लिए सेना बचाव अभियान चला रही है। राहत सामग्री के साथ नेवी चॉपर आईएनएस गरुड़ पहले से ही बारिश प्रभावित क्षेत्रों में उड़ान भर रहा है। शंगमुघम के वायुसेना स्टेशन में दो सैन्य हेलिकॉप्टर एमआई-17 स्टैंडबाय पर हैं। वहीं, भारतीय वायु सेना ने बताया कि केरल में बाढ़ से प्रभावित जिलों में राहत बचाव कार्यों के लिए मीडियम-लिफ्ट हेलीकॉप्टरों को शामिल किया गया है।
 

बता दें कि केरल के कई जिले भारी बारिश से प्रभावित है। बारिश के बाद कोल्लम जिले में कल्लड़ा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। वहीं, कोट्टयम जिले के कोट्टक्कल इलाके में भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन हादसे में 3 और शवों को बरामद किया गया है। अब तक हादसे में मरने वालों की संख्या 9 बताई जा रही है। केरल के कोट्टायम-इडुक्की सीमा क्षेत्र के कूट्टिकल में भारी बारिश के कारण भूस्खलन के बाद जनजीवन को फिर से बहाल करने की कोशिश की जा रही है।

केरल के मुख्यमंत्री पिनारयी विजयन ने बताया कि प्रदेश के कुछ हिस्सों में हालात काफी गंभीर हैं। लोगों की जिंदगी बचाने के लिए हम कुछ भी करेंगे, हमने सेना, वायुसेना और नौसेना की मदद मांगी है। जिलों में राहत कैंप लगाए गए हैं। केरल के हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री ने शनिवार को उच्च स्तरीय बैठक भी की थी। कोट्टयम, पथनामथिट्टा, इडुकी बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित शहर हैं जहां पर हालात काफी गंभीर हैं।