मंदिरों में तोड़फोड़ के बाद बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन

ढाका 
बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के पंडालों में तोड़फोड़ और फिर नोआखली में इस्कॉन मंदिल पर हमले के बाद से जारी विरोध प्रदर्शन शनिवार को भी जारी रहा। प्रदर्शनकारियों की कई जगह पुलिस के साथ झड़पें भी हुईं। कुछ  10 हजार की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने ढाका की मुख्य मस्जिद के बाहर प्रदर्शन किया। एक दिन पहले ही यहां पुलिस के साथ हिंसक झड़प हुई थी। ये प्रदर्शनकारी 'इस्लाम के दुश्मनों' को बाहर निकालने और दोषियों को फांसी देने की मांग कर रहे थे।

दरअसल, यह बवाल तब शुरू हुआ जब इस्लाम के पवित्र ग्रंथ यानी कुरान की एक प्रति को कमिल्ला जिले में एक हिंदू मंदिर में लगी प्रतिमा के पैर के पास रखे जाने की तस्वीरें सामने आईं। इसके बाद से ही पूरे बांग्लादेश में मंदिरों में तोड़फोड़ और हिंसा जारी है। बांग्लादेशी इस्लामिक मूवनेंट के अध्यक्ष मोसादेक बिलाह अल मदनी ने कहा, 'हम सरकार से उन लोगों की गिरफ्तारी करने की मांग करते हैं जिन्होंने कमिल्ला में एक प्रतिमा के पैर के पास कुरान रखी थी।' उन्होंने कहा कि इस तरह की तस्वीरों के लिए जिम्मेदारों को मौत की सजा होनी चाहिए।

वहीं, मुस्लिमों की भीड़ द्वारा मंदिरों पर हमले और दो लोगों की हत्या के बाद करीब 1000 हिंदुओं ने भी विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार के हमले में कम-से-कम दो हिंदुओं की मौत हो गई। बता दें कि हिंदुओं के दुर्गा पूजा मनाने के दौरान बांग्लादेश में सांप्रदायिक तनाव पैदा हो गया। यहां की करीब 16 करोड़ की आबादी में सिर्फ 9 फीसदी ही हिंदू हैं।