एमएलए फंड खर्च करने में फिसड्डी साबित हो रहे हैं विधायक

 भागलपुर
बिहार के भागलपुर जिले में विधायक निधि फंड का एक पैसा भी चालू वित्तीय वर्ष में खर्च नहीं हो पाया है। राज्य सरकार ने विधायकों को क्षेत्र के विकास के लिए हरेक साल मिलने वाली तीन करोड़ की राशि में दो करोड़ कोविड नियंत्रण फंड में डायवर्ट कर दी है। शेष बचे एक करोड़ के उपयोग के लिए जिले के वर्तमान में पांच एमएलए और दो एमएलसी उदासीन हैं। एमएलए फंड से विकास में सिर्फ 2 विधायकों ने ही योजना की सूची अब तक मुख्यालय को दी है। शेष विधायकों ने इस राशि के खर्च के लिए लिस्ट नहीं दी है। प्रशासन ने एक सप्ताह में सूची देने का अनुरोध किया है। प्रशासन को डर है कि 15 फरवरी के बाद ट्रेजरी की अड़चन शुरू हो जायेगी। इससे दिक्कत हो सकती है।

सदर विधायक ने सिर्फ एक नाला निर्माण की दी है सूची  
वित्तीय साल की समाप्ति पर जिले के दो विधायकों ने ही योजना की लिस्ट दी है। बिहपुर के ई. शैलेंद्र ने 20 और अजीत शर्मा ने एक योजना की सूची जिला प्रशासन को दी है। ई. शैलेंद्र ने बिहपुर प्रखंड में 12, खरीक व नारायणपुर में 4-4 योजना की लिस्ट दी है। बिहपुर में नौ योजना सड़क व नाला निर्माण से जुड़ी है। तीन योजना प्राथमिक विद्यालय में कमरा निर्माण को लेकर है। खरीक में दो योजना प्राथमिक विद्यालय में कमरा निर्माण, एक सामुदायिक भवन व एक सड़क निर्माण को लेकर है। नारायणपुर में दो सड़क निर्माण और दो विद्यालयों के जीर्णोद्धार की है। भागलपुर के विधायक ने नाला निर्माण को लेकर एक योजना दी है।