मंकीपॉक्स का खतरा WHO ने कहा-समलैंगिक पुरुष सेक्स पार्टनर लिमिटेड करें

वॉशिंगटन
दुनिया भर में कोरोना वायरस के बाद अब मंकीपॉक्स के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पूरी दुनिया में फैले इस वायरस ने भारत में भी दस्तक दे दी है। अब तक पांच लोग संक्रमित पाए गए हैं। इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दुनिया भर में इस वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित ग्रुप को लेकर खुलासा किया है। WHO ने कहा है कि इस वायरस से सबसे ज्यादा वह पुरुष प्रभावित हैं जो पुरुषों के साथ यौन संबंध बनाते हैं।

WHO ने ऐसे लोगों को कहा है कि वह अपने पार्टनर की संख्या को लिमिटेड करें। WHO के प्रमुख टेड्रोस अधनोम घेब्रेसियस(Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने कहा कि संक्रमण से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है, 'संक्रमित होने के खतरे को कम करना।' इससे पहले शनिवार को WHO चीफ ने मंकीपॉक्स को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी बताया था।

नए पार्टनर के साथ संबंध बनाने से बचें
WHO चीफ ने बुधवार को कहा, 'पुरुषों के साथ संबंध रखने वाले पुरुषों को यौन संबंधों को लेकर सावधान रहने की जरूरत है। ऐसे लोगों को अपने सेक्स पार्टनर को कम करना चाहिए। नए पार्टनर के साथ संबंध बनाने से बचना चाहिए।' मंकीपॉक्स का वायरस पश्चिम और मध्य अफ्रीकी देशों में पाया जाता था, लेकिन मई की शुरुआत से यह दुनिया भर में फैल गया। टेड्रोस ने बताया कि 78 देशों में 18,000 से ज्यादा मंकीपॉक्स के मामले देखे गए हैं। इनमें से 70 फीसदी यूरोप और 25 फीसदी अमेरिकी महाद्वीप में देखे गए हैं।

98 फीसदी संक्रमित पुरुष समलैंगिक
मंकीपॉक्स के मामले भले ही बहुत ज्यादा हैं, लेकिन राहत की बात ये है कि अब तक सिर्फ पांच लोगों की इससे मौत हुई है। 10 फीसदी लोगों को दर्द के कारण अस्पताल ले जाना पड़ा। न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में पिछले सप्ताह छपे एक शोध के मुताबिक 98 फीसदी संक्रमित पुरुष वह हैं जिन्होंने पुरुषों के साथ यौन संबंध बनाए। कुल मामलों के 95 फीसदी किसी तरह की सेक्शुअल एक्टिविटी से आए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि मंकीपॉक्स सेक्शुअल एक्टिविटी से फैलने वाला रोग नहीं है, बल्कि यह संक्रमित व्यक्ति को छूने या शरीर के ड्रापलेट्स से भी फैल सकता है।