पहली बार नीतीश कुमार बोले – तेजस्वी यादव के 10 लाख सरकारी नौकरियों के वादे पर

पटना नई दिल्ली
नीतीश कुमार ने अपनी सरकार में एक बार फिर से डिप्टी सीएम बने तेजस्वी यादव के 10 लाख सरकारी नौकरियों के वादे पर टिप्पणी की है। तेजस्वी यादव ने 2020 के विधानसभा चुनाव के दौरान आरजेडी के घोषणा पत्र के जरिए वादा किया था कि वह सरकार में आने पर 10 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देंगे। अब नीतीश कुमार की सरकार में उनके डिप्टी सीएम बनने के बाद तेजस्वी के वादे को लेकर सवाल उठ रहे हैं। इसी संबंध में जब नीतीश कुमार से शुक्रवार को सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव सही हैं और हम उनके वादे को पूरा करने के लिए काम करेंगे।

नीतीश कुमार ने कहा, 'वह सही हैं। हम प्रयास कर रहे हैं और उसे पूरा करने के लिए हरसंभव कोशिश करेंगे। उन्होंने जो कुछ भी कहा है, सही है। हम उसके लिए सभी प्रयास करेंगे।' इस मसले पर आरजेडी का कहना है कि फ्लोर टेस्ट में सरकार के पास होने के बाद इस पर फैसला लिया जाएगा। इसके अलावा तेजस्वी यादव को जेड प्लस सिक्योरिटी मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह डिप्टी सीएम हैं और उन्हें यह मिलनी ही चाहिए। इसके अलावा खुद के पीएम पद के लिए विपक्ष का चेहरा बनने के सवाल पर भी नीतीश कुमार ने टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि मैं आप लोगों से हाथ जोड़कर कहता हूं कि मेरा ऐसा कोई भी प्लान ही नहीं है।

इस बीच भाजपा ने एक बार फिर से 10 लाख सरकारी नौकरियों का वादा याद दिलाया है। भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने शुक्रवार को दिल्ली में कहा कि जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस की महागठबंधन सरकार बनने के बाद से राज्य में आपराधिक गतिविधियां बढ़ गई हैं। जंगलराज की वापसी हो गई है। संबित पात्रा ने कहा कि बीते 10 अगस्त को बिहार में एक पत्रकार की गोलीमार कर हत्या कर दी गई। 11 अगस्त को एक और पत्रकार की हत्या कर दी गई और बेतिया के एक पुजारी की गला रेत कर निर्मम हत्या कर दी गई। 11 अगस्त को ही पटना के एक कार शोरूम में बहुत बड़ी लूट हुई और इसी दिन छपरा में जहरीली शराब के सेवन के कारण 6 लोग मृत्यु को प्राप्त हुए।

तेजस्वी पर बरसी भाजपा, अब कहां गया 10 लाख नौकरियों का वादा
पात्रा ने कहा कि तेजस्वी यादव ने 2020 में कहा था कि हम आएंगे तो 10 लाख नौकरी देंगे। जब उनसे पूछा गया कि अब आप आ गए हैं तो 10 लाख नौकरी का क्या होगा? तो तेजस्वी यादव कहते हुए नजर आते हैं कि देखिए अभी तो हम मुख्यमंत्री नहीं बने हैं, मैंने कहा था कि जब हम मुख्यमंत्री बनेंगे तब नौकरी देंगे। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि ये ‘मैं’ की कहानी है, मतलब मैं बनूंगा तब होगा, हम से कुछ नहीं होगा। इसी परिवारवाद के खिलाफ भाजपा सतत लड़ती रही है और आगे भी लड़ती रहेगी।