IAS meet दो साल आज से शुरू,कोविड दौर में मध्य प्रदेश के अफसरों ने सबसे बेहतर काम किया -CM

 भोपाल

कोरोना के कारण पिछले दो साल से नहीं हो पाई आईएएस मीट शुक्रवार से राजधानी भोपाल में शुरू हुई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मीट का उद्घाटन करते हुए प्रदेश भर के आईएएस अफसरों से कहा कि कोविड के दौर में देश भर में मध्य प्रदेश के अफसरों ने सबसे बेहतर काम किया। उन पर हमें गर्व है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड जब आया तक हमारे सामने कई चुनौतियां थी, कठिनाईयां थी। इस पर हमने विजय अफसरों और उनकी टीम के दम पर पाई। तब ऐसा दौर भी आया था जब हम रोज रिसर्च करना पड़ रही थी। निजी अस्पतालों की मदद ली गई। कलेक्टर और जिलों के अफसरों ने अपने परिश्रम की पराकाष्ठा की। जनता के साथ मिलकर इन्होंने काम किया, समाजसेवियों की मदद ली। पंचायत भवन, स्कूल भवन को कोविड सेंटर में तेजी से बदला गया। जान हथेली पर रख कर कलेक्टर-कमिश्नर और मंत्रालय के अफसरों ने उस दौर में काम किया। संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती रहते हुए अफसरों ने मोर्चा संभाले रखा। आॅक्सिजन टैंकर बुलाने को लेकर कलेक्टर और अफसर चौराहों पर खड़े हुए। टैंकर की लगातार लोकेशन लेते रहे। ऐसी आपदा में सबसे बेहतर काम करने वाले सभी अफसरों पर हमे गर्व है।

इंदौर कलेक्टर की सराहना
प्रवासी भारतीय सम्मेलन और जीएसआई के लिए उन्होंने इंदौर कलेक्टर इलैयाराजा टी की भी तारीफ की। सीएम ने कहा कि इन दोनों सम्मेलनों की व्यवस्था में इंदौर कलेक्टर और उनकी टीम ने दिन रात एक कर दिया और इस आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया। सीएम ने कहा कि पहले हम बीमारु राज्य थे। अब हमारे यहां पर प्रतिव्यक्ति आय एक लाख 37 हजार रुपए हो चुकी है। पहले जीएसडीपी सवा लाख करोड़ थी जो अब बढ़कर 12 लाख करोड़ हो गई है। हम रेवेन्यू कलेक्शन में भी सरप्लस राज्य हो गए हैं। यह सब अफसरों की मेहनत और टीम वर्क का काम है।

दो साल बाद जुटे अफसर
कोरोना महामारी के चलते दो साल के अंतराल के बाद हो रही इस मीट के शुभारंभ के मौके पर आईएएस एसोसिएशन के अध्यक्ष मो. सुलेमान ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन से बहुत कुछ सीखने को मिलता है। अपने कलीग्स से बातचीत में इस बात की जानकारी मिलती है कि क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए। मो. सुलेमान ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा कल डिनर के आयोजन के लिए धन्यवाद भी दिया।