चीन ने कनाडा चुनाव में जस्टिन ट्रूडो को जितवाने के लिए किया था खेल, खोजी रिपोर्ट में खुलासा

 नई दिल्ली

कनाडा की मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक 2021 के चुनावों में चीन ने सत्तारूढ़ लिबरल पार्टी के पक्ष में संघीय चुनाव परिणामों को प्रभावित करने के लिए एक अभियान चलाया था। शुक्रवार को कनाडाई मीडिया में इसका खुलासा किया गया है। कनाडा के मशहूर अखबार 'द ग्लोब एंड मेल' में एक खोजी रिपोर्ट छपी है। इस रिपोर्ट में रॉबर्ट फ़िफ़ और स्टीवन चेज़ ने दावा किया है कि चीन ने 2021 के संघीय चुनाव अभियान में कनाडा के लोकतंत्र को बाधित करने के लिए एक रणनीति का इस्तेमाल किया था। रिपोर्ट में कहा गया है,"चीनी राजनयिकों और उनके प्रतिनिधियों ने जस्टिन ट्रूडो और उनके समर्थक उम्मीदवारों को चुनाव में जीत दिलवाने के लिए समर्थन किया था और कंजर्वेटिव पार्टी के लोगों को हराने के लिए काम किया था क्योंकि कंजर्वेटिव वाले चीन के करीबी नहीं रहे हैं।" यह रिपोर्ट कनाडा की जासूसी एजेंसी, कनाडाई सुरक्षा खुफिया सेवा या CSIS के दस्तावेजों पर आधारित है।

रिपोर्ट में कहा गया है,"खुफिया रिपोर्टों से पता चलता है कि बीजिंग ने यह तय कर लिया था कि चुनावों में कंजर्वेटिव की जीत न हो सके। इसके लिए चीन ने वैंकूवर और जीटीए (ग्रेटर टोरंटो एरिया) में पर्दे के पीछे रहते हुए चीनी-कनाडाई संगठनों के बीच दुष्प्रचार अभियानों को बल दिया था। वैंकूवर और GTA की में बड़ी संख्या में चीनी आप्रवासी समुदाय हैं, जो कंजर्वेटिव का विरोध और ट्रूडो उदारवादियों का पक्ष लेते रहे हैं।"

CSIS के दस्तावेजों में कहा गया है, "चीनी वाणिज्य दूतावास का एक अज्ञात अफसर कह रहा था कि कनाडा की लिबरल पार्टी ही एकमात्र ऐसी पार्टी बन रही है, जिसका पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (PRC) समर्थन कर सकता है।" रिपोर्ट में कहा गया है कि बीजिंग चाहता था कि प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो की लिबरल पार्टी की सरकार बने लेकिन वह अल्पमत की सरकार हो ताकि संसद में पार्टियां लड़ती रहें क्योंकि बहुमत मिलने की सूरत में आसानी से कठोर नियम बनाए जा सकते हैं, जिसे चीन पसंद नहीं करता है।