‘कॉनमैन’ किरण पटेल पर घमासान जारी, अब पत्नी के बयान से नया ट्विस्ट

नई दिल्ली
खुद को प्रधान मंत्री कार्यालय (पीएमओ) में अतिरिक्त निदेशक बताकर हाई सिक्योरिटी के बीच जम्मू कश्मीर की कई संदेनशील जगहों पर घूमने वाले शख्स किरण पटेल मामले में रार खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। अब उसकी पत्नी मालिनी पटेल ने मीडिया के सामने आकर अपने पति का बचाव किया है। उन्होंने दावा किया कि वह कुछ गलत नहीं कर सकते। मेरे पति इंजीनियर हैं और मैं डॉक्टर। मालिनी पटेल ने मीडिया से बातचीत में कहा, “मेरे पति एक इंजीनियर हैं और मैं एक डॉक्टर हूं। मेरे पति वहां विकास कार्य के लिए गए थे क्योंकि वह एक इंजीनियर हैं और कुछ नहीं। उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है। वहां हमारे अधिवक्ता मामले को देख रहे हैं। मेरे पति कभी किसी के साथ गलत नहीं करेंगे। मैं आगे टिप्पणी नहीं कर सकती।" एचटी ने मालिनी से संपर्क किया। जिस पर उन्होंने कहा कि वह टिप्पणी नहीं करना चाहतीं और उन्होंने अपने वकील, गुजरात स्थित उच्च न्यायालय के अधिवक्ता निसार वैद्य से सभी प्रश्न पूछने की बात कही है।

किरण पटेल कौन हैं और उन्होंने पुलिस को कैसे ठगा
किरण पटेल ने दावा किया था कि उन्हें दक्षिण कश्मीर में सेब के बागों के लिए खरीदारों की पहचान करने के लिए सरकार द्वारा भेजे गए हैं। उन्होंने सुरक्षा अधिकारियों के समक्ष धौंस जमाने के लिए नई दिल्ली में उच्च पदों पर बैठे कई नौकरशाहों और राजनेताओं के नामों का सहारा भी लिया।वह कश्मीर घाटी की अपनी तीसरी यात्रा पर थे और बाद में 3 मार्च को सतर्क सुरक्षा अधिकारियों ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पटेल की कश्मीर की पिछली यात्रा के दौरान, उन्होंने गुलमर्ग जैसे पर्यटन स्थलों की यात्रा की थी, यह दावा करते हुए कि सरकार ने उन्हें क्षेत्र में होटल सुविधाओं में सुधार के लिए काम सौंपा था। ट्विटर पर किरण पटेल के 1,500 से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। उनके ट्विटर बायो में लिखा है कि वे "34, मीना बाग, नई दिल्ली" के निवासी हैं। वर्जीनिया के एक कॉलेज से PHD, IIM त्रिची से MBA किया। साथ ही खुद को "विचारक, रणनीतिकार, विश्लेषक और अभियान प्रबंधक" बताया है।

तस्वीर काफी वायरल हुई थी
जम्मू कश्मीर यात्रा के दौरान किरण पटेल की एक तस्वीर काफी वायरल हुई थी। जिसमें वह नेहरू जैकेट और धूप का चश्मा पहने हुए हैं। उनके आस-पास हथियारों से लैस सुरक्षाकर्मी हैं। वह कथित तौर पर जेड प्लस सुरक्षा घेर में दिख रहे हैं। मामले की जांच कर रहे अधिकारियों ने एचटी को बताया कि, पटेल ने घाटी में शीर्ष नौकरशाहों के साथ कई बैठकें कीं। राजनीतिक नेताओं के साथ अपनी बैठकों में उनकी तरफ से बताया गया कि उन्हें "पीएमओ की ओर से" राजनीतिक स्थिति की नब्ज जांचने के लिए भेजा गया है।

संवेदनशील इलाकों का दौरा
भारी सुरक्षा के बीच किरण पटेल ने जम्मू कश्मीर में कई संवेदनशील जगहों का दौरा किया। इसमें नियंत्रण रेखा पर कामन पोस्ट, श्रीनगर में लाल चौक और दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में स्पाइस पार्क शामिल थे।

किरण पटेल को कैसे गिरफ्तार किया गया?
अदालत के दस्तावेजों के अनुसार, किरण पटेल कश्मीर घाटी की अपनी तीसरी यात्रा पर थीं और बाद में 3 मार्च को सतर्क सुरक्षा अधिकारियों ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। जम्मू और कश्मीर पुलिस ने कहा कि राज्य पुलिस की सीआईडी ​​शाखा ने एसएसपी श्रीनगर को ललित होटल में एक संदिग्ध की उपस्थिति के बारे में सूचित किया। पुलिस ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, “इस व्यक्ति का विवरण किरण भाई पटेल के रूप में पाया गया … जो खुद को अतिरिक्त निदेशक (रणनीति और अभियान) पीएमओ, नई दिल्ली के रूप में प्रस्तुत कर रहा था। उसके जवाब संदिग्ध पाए जाने पर उसे निशात थाने ले जाया गया, जहां उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसके पास से दस फर्जी विजिटिंग कार्ड और दो मोबाइल मिले हैं।