स्वच्छता को जन-आंदोलन बनाने की आवश्यकता : आयुक्त नगरीय प्रशासन

भोपाल
आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग भरत यादव ने कहा कि स्वच्छता को आदत के साथ जन-आंदोलन बनाने की आवश्यकता है, तभी स्वच्छता की दिशा में बड़ा प्रयास किया जा सकता है। यादव ने यह बात दूरदर्शन मध्यप्रदेश के कार्यक्रम "नमस्कार एमपी" में स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारियाँ विषय पर साक्षात्कार में कही।

आयुक्त ने कहा कि नगरीय विकास एवं आवास विभाग द्वारा स्वच्छ भारत अभियान में विशेष प्रकोष्ठ कार्यरत है। यह समस्त 413 निकायों में कर्मचारियों को प्रशिक्षित कर रहा है। पूरी टीम नागरिकों को वर्ष भर जागरूक करने का प्रयास करती है। उन्होंने कहा कि साफ-सफाई और कचरे के उचित निपटारे के साथ अब कचरे को आय अर्जन का साधन बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। कचरे से खाद का निर्माण किया जा रहा है। मल-जल शोधन संयंत्र से शोधित होने वाले जल का उपयोग बागवानी, फायर बिग्रेड, तराई जैसे कार्यों के लिए किया जा रहा है। यह परिश्रम का ही परिणाम है कि इंदौर लगातार 6 वर्ष से स्वच्छता में पहले स्थान पर है। वहीं वर्ष 2022 में बड़े राज्यों में मध्यप्रदेश स्वच्छता में नम्बर एक स्थान पर और भोपाल को देश की स्वच्छतम राजधानी के रूप में पुरस्कृत किया गया है। कुल मिला कर मध्यप्रदेश को विगत वर्ष स्वच्छता में 16 राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुए थे। प्रदेश को स्वच्छ बनाने में रहवासी संगठनों, स्वयं सेवी संगठनों, होटल, अस्पताल, रेस्टोरेटं संचालकों, सहित सभी व्यवसायियों का भी सहयोग रहा है। यादव ने नागरिकों से अपील की है कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी स्वच्छता सर्वेक्षण में अपने निकाय को सहयोग करें और स्वच्छता को एक जन आंदोलन का रूप दें।