दिग्विजय ने फिर फैलाया…., कांग्रेस पार्टी लगी डैमेज कंट्रोल में

नई दिल्ली

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह फिर सियासी विवादों में हैं। इस बार 'जर्मनी को धन्यवाद' देना उनके लिए परेशानी का सबब बनता दिख रहा है। मामले पर कांग्रेस को ही डैमेज कंट्रोल के लिए आना पड़ा। हालांकि, यह पहली बार नहीं है, जब वरिष्ठ नेता के बोल चर्चा में रहे हों।

पहले ताजा मामला समझें
 'हमारी जानकारी के अुसार, राहुल गांधी फैसले पर अपील कर सकते हैं। इसके बाद यह साफ हो जाएगा कि फैसला टिक सकता है और क्या इस निलंबन का कोई आधार है या नहीं।' उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में न्यायिक स्वतंत्रता के मानक और लोकतांत्रिक सिद्धांतों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।

अब इस पर दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, 'राहुल गांधी के उत्पीड़न के जरिए भारत में कैसे लोकतंत्र के साथ समझौता किया जा रहा है, इसका संज्ञान लेने के लिए जर्मनी के विदेश मंत्रालय और रिचर्ड वॉकर का शुक्रिया।'

कांग्रेस ने संभाली बात
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बगैर नाम लिए ट्वीट किया, 'कांग्रेस मजबूती के साथ यह मानती है कि हमारे लोकतंत्र पर मोदी की तरफ  से किए जा रहे हमलों और उनकी बदले, धमकी, डराने और उत्पीड़न की राजनीति से भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को ही निपटना होगा। कांग्रेस और विपक्षी दल उनका सामना निडरता से करेंगे।'

अब पुरानी बातें
जनवरी में ही दिग्विजय सिंह ने नियंत्रण रेखा (LoC) के पास साल 2016 में हुए सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांग लिए थे। उन्होंने सरकार पर झूठ बोलने के आरोप लगाए थे। इसके बाद फरवरी में उन्होंने पुलवामा की बरसी पर भी घटना का जिम्मेदार 'खुफिया तंत्र की नाकामी' को बताया था। भाजपा ने आरोप लगाए थे कि दिग्विजय ने पाकिस्तान को क्लीन चिट दे दी।

भगवाधारियों पर लगाए थे आरोप
बात सितंबर 2019 की है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा था, 'भगवा वस्त्र पहनकर लोग चूर्ण बेच रहे हैं। भगवा वस्त्र पहनकर बलात्कार हो रहे हैं। मंदिरों में बलात्कार हो रहे हैं। क्या यही हमारा धर्म है? जिन लोगों ने हमारे सनातन धर्म को बदनाम किया है, भगवान उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे।'

तेलंगाना पुलिस पर सवाल
मई 2017 में कांग्रेस नेता ने दावा कर दिया था कि तेलंगाना पुलिस ने मुस्लिम युवाओं को आतंकवादी संगठन में शामिल होने और कट्टरपंथी बनाने के लिए फर्जी ISIS वेबसाइट बनाई है। बाद में उनके खिलाफ तेलंगाना पुलिस ने शिकायत दर्ज कराई थी।